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अधेड़ औरतें

अधेड़ औरतें

उनकी  ज़िन्दगी में हरे-भरे झुरमुट हैं 
झुरमुट में चिड़ियों का मंगलगान है 
मंगलगान में बच्चों की मुस्कान है 
मुस्कान पर ही पूरी उम्र निस्सार है 
इस उम्र में बीते हुनर का अहसास है 
वे घरों का मज़बूत स्थायी आधार हैं  
सृष्टि का अनुपम सुंदर  उपहार है 
उनमें कलाकृतियों का भंडार है  
पर ग़ौर से देखो ज़रा
उनमें सन्नाटे से भरा रिक्त स्थान है 
रिक्त स्थान में गुम हुआ आकाश है 
आकाश में चिड़ियों की अधूरी उड़ान है 
इस उड़ान में  क़ब्र में सोयी पहचान है 
                 -सरिता स्निग्ध ज्योत्स्ना

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