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कन्या पूजन के बहाने.....यह चुप रहने का समय है


मित्रों,  नवरात्रि एवं दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं।महाष्टमी के दिन गौरी पूजन हेतु बच्चियों की तलाश शुरू हो गई है.....मेरे मोहल्ले में ....और आपके मोहल्ले में भी...मेरे मोहल्ले में तो तीन -चार बच्चियाँ अभी कम पड़ रही हैं...उम्मीद है कि आपके यहाँ भी संख्या कम पड़ रही होगी. ...अब क्या करेंगे.... हर साल की तरह ....यही न कि आसपास की झुग्गी बस्ती से कन्याओं को बुलाएंगे...चलिए कम से कम ये झुग्गी बस्ती वाले किसी बात में हमसे अच्छे हैं. ....वे भले ही बेटे की चाह में आधा दर्जन बेटियाँ पैदा कर लेंगे. ...लेकिन बेटियों की गर्भ में पहचान कर... मारने की घटना  उनके यहां बहुत कम दिखती है..सीधी सी बात है. ..चोरी-छुपे लिंग परीक्षण और ...भ्रूण की हत्या करने में पैसे भी तो खर्च करने होंगे.
                 

              अब देखिये न....जैसे जैसे हमारी बेटियों की संख्या कम होती जा रही है. ...वैसे वैसे हम नए तर्क और बहाने भी गढ़ना सीख रहे हैं....पहले यह कहा जाता था कि बेटियों के दहेज के जुगाड़ की चिंता के कारण उन्हें मारा जाता है...हालांकि यह तर्क भी गले नहीं उतरता है....जब हम अच्छे भले धनाढ्य अथवा शिक्षित परिवारों में... कन्या भ्रूण हत्या की घटना होते ज़्यादा देखते हैं....अब एक नया  हास्यास्पद तर्क पिछले दिनों फेसबुक पर देखने को मिला......एक  सज्जन ने एक लघु कहानी बयान करते हुए भ्रूण हत्या को... लड़कियों के कुसंस्कारी होने से जोड़ा  था.....एक लड़की अपने प्रेमी के साथ भागकर शादी करने से इसलिए इंकार कर देती है .....कि ऐसी लड़कियों की 'बदचलनी' के कारण ही ......माता पिता  लड़कियों की हत्या .....जन्म से पूर्व कर देते हैं....अद्भुत! लाइक्स की लंबी कतार लगी थी, इस पोस्ट पर....भारतीय संस्कृति की रक्षा की दुहाई देते हुए.....पहली बार यह वजह दिखी थी....मूक गुड़ियों की हत्या की....इसलिए इसे आपसे बांटने से रोक न सकी.....ऐसा लगा ....जैसे हम किसी अंधेरी दुनिया के वासी हैं....लड़कियों को हिदायत देने का नया तालिबानी फ़रमान .....अपने गुनाहों को सही ठहराने का नया सामंती तर्क....."वंश लड़कों से ही चलता है"-इस 'थेथरोलाॅजी ' के गटर को ढंकने का नवीन सेफ्टी बाल्व....अरे नौ दिनों तक माता के दरबार में गिड़गिड़ाने वालों....कुछ तो सोचो और डरो......भले ही मत पूजो बच्चियों को देवी बनाकर.....पर उनके जन्म से पूर्व ही .....भविष्य में  संस्कारी होने का सर्टिफिकेट मत मांगो....यही सर्टिफिकेट अगर तुम अपने बेटों से भी मांगते....तो यह नौबत नहीं आती कि नवरात्रि के दिनों में भी...नन्ही कलियाँ....देश की राजधानी से लेकर....देश के विभिन्न हिस्सों में रौंदी जा रही हैं....हम सब बेशर्म बन बस तमाशा देख रहे हैं. .....नवरात्रि के दौरान भी विभिन्न  सोशल मीडिया के ग्रुपों में. ...धड़ल्ले से पोर्न वीडियो डाले जा रहे हैं. ....एडमिन धृतराष्ट्र बने .....दुर्योधनों को बढ़ावा दे रहे हैं.....शायद यह चुप रहने का समय है....क्योंकि जो बोलते हैं....वे देशद्रोही करार कर दिए जाते हैं !

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