लावारिस -------------------------- ओ मेरी माँ ! शुक्रिया कि मैं ज़िंदा हूँ तुमने शुरू के महीनों में ही नहीं मार फेंकवाए टुकड़े- टुकड़े कर के हो सकता है अल्ट्रासाउंड वाले डाॅक्टर अंकल ने मेरी जगह मेरे भाई के आने की पक्की खुशख़बरी सुनाई होगी जो होता मेरे पिता के वंश का वाहक और लाता भविष्य में दहेज की मोटी रकम जो भी हो उस डॉक्टर अंकल को भी थैंक्स जिन लोगों ने भी देखा साक्षात् और टीवी पर मुझे यही कहा - मैं अच्छे - भले घर की दिखती हूँ तो बताओ न माँ अच्छे घर में इतनी कमी होती है क्या मुझ नन्ही सी ज़ान के लिए नहीं थी दूध की कटोरी दिल का कोई कोना न सही घर का कोई कोना तो रहा होगा जहाँ लग सकता था मेरा भी पालना सीख ही लेती अभावों में रहकर तुम्हारी तरह अपने आँसुओं को भी थामना जो भी हो माँ मुझे तुमसे कोई शिकायत नहीं तुम्हारी भी तो रही होगी कोई बहुत बड़ी मज़बूरी तुम्हारे मना करने पर भी मंडराए होंगे बन के चक्रवात तुम्हारे अपने ही बहुत ख़ास वरना किसकी मजाल जो तुम्हें अपने ही अंश को यूं त्यागना पड़ा हो अपने कलेजे पर पत्थर रखकर तपती सी धूप में इतनी बड़ी दु...